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Sunday 3 July 2016

अरबी के फलाहारी कबाब (Food for fast)

अरबी के फलाहारी कबाब


सामग्री
(16 कबाब के लिए )

अरबी 500 ग्रामकूटु का आटा ¼ कपअदरक बारीक कटी 2 छोटे चम्मचहरी मिर्च बारीक कटी 2 छोटे चम्मचहरा धनिया बारीक कटा 2 बड़े चम्मचनमक 1½ छोटे चम्मच/ स्वादानुसारतेल सेकने के लिए

अरबी जिसे उत्तर भारत में घुइयाँ के नाम से भी जाना जाता है आलू और शकरकंद के जैसे आमतौर पर सभी परिवारों में व्रत के दिनों में खाई जाती है. अरबी से कई प्रकार के व्यंजन बनाए जाते हैं. अरबी के कबाब बहुत आसानी से बनने वाला फलाहारी व्यंजन है. अरबी में क्योंकि स्टार्च होता है तो यह थोड़ा चिपकती है, इसलिए हमने इसमें कूटटू का आटा मिलाया है जिससे इसे बाँधने में आसानी रहती है... तो आप भी बना कर देखिए यह स्वादिष्ट फलाहारी कबाब.... ....

बनाने की विधि

अरबी को धोकर उबाल लें.जब अरबी ठंडी हो जाएँ तो उसे छील लें और फिर अरबी को मसल लें. आप चाहें तो अरबी को कद्दूकस भी कर सकते हैं.अब एक कटोरे में मसली अरबी, कूटटू का आटा, घिसी अदरक, कटी हरी मिर्च, कटा हरा धनिया, और नमक लें. सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएँ.अब इस मिश्रण को 16 बराबर हिस्सों में बाट लें और अरबी के मन चाहे आकार के कबाब बनाएँ. मैं आमतौर पर अंडाकार कबाब बनाना पसंद करती हूँ.एक नॉन-स्टिक तवे को गरम करिए. इसमें थोड़ा सा तेल डालिए और मध्यम से तेज आँच पर कबाब को दोनों तरफ से लाल होने तक सेकिये.

स्वादिष्ट और पौष्टिक अरबी के कबाब को फलाहारी चटनी के साथ परोसिए.

कुछ नुस्खे और सुझाव

कूटटू के आटे को अँग्रेज़ी में buckwheat कहते हैं. भारत में यह आसानी से राशन की दुकान में मिल जाता है. लेकिन अगर आप विदेश में रहते हैं तो मैं आपकी जानकारी के लिए बता दूँ कि कूटटू का आटा या तो इंडियन स्टोर में मिलेगा या फिर ऑर्गॅनिक स्टोर में. वैसे आप कूटटू के आटे के स्थान पर सिंघाड़े के आटे का इस्तेमाल भी कर सकते हैं.

अगर आपको कबाब बाँधने में परेशानी हो रही है तो आप कूटटू के आटे की मात्रा बढ़ा भी सकते हैं.

मैने अरबी के कबाब को सेक कर बनाया है लेकिन आप अरबी के कबाब को तल भी सकते हैं.

Singhade ki namkeen barfi

सिंघाड़े की नमकीन बर्फी

सामग्री
(16-18 बर्फी के लिए)
सिंघाड़े का आटा ¾ कप
खट्टा दही ¾ कप
हरी मिर्च 2-4
सेंधा नमक ¾ छोटा चम्मच/ स्वादानुसार
घी/ तेल 1½ बड़ा चम्मच
पानी लगभग 1 कप
नीबू का रस स्वादानुसार

सिंघाड़े में कार्बोहाइड्रेट, स्टार्च, विटामिन बी -6, रिबॉफ्लेविन आदि प्रचुर मात्रा में होता है. यह कच्चा भी खाया जाता है, और उबाल कर भी. सिंघाड़े का आटा भी बाजार में आसानी से मिल जाता है. सिंघाड़े और इसके आटे के नाना प्रकार के व्यंजन उपवास के दिनों में बनाए जाते हैं. आज हम सिघदे की नमकीन बरफी बनाना बता रहे हैं अगर आपको बरफी बनाना कठिन लग रहा है तो आप सिंघाड़े के आटे का नमकीन हलवा भी बना सकते हैं.......

बनाने की विधि

एक कड़ाही में आधा बड़ा चम्मच तेल गरम करें, उसमें सिंघाड़े का आटा डालें और मध्यम आँच पर आटे को सुनहरा होने तक भूनें. इस प्रक्रिया में 10-12 मिनट का समय लगता है.एक थाली या फिर ट्रे की तली को कुछ बूंदे घी की लगाकर चिकना करके अलग रखें.हरी मिर्च का डंठल हटा कर और उसे अच्छे से धो कर महीन-महीन काट लें.दही को अच्छे से फेटें. अब इसमें तकरीबन १ कप पानी मिलाएँ.एक कड़ाही में बचा हुआ तेल मध्यम आँच पर गरम करे. अब इसमें कटी हरी मिर्च डालें. कुछ सेकेंड्स भूनें और फिर दही का घोल डालें.एक उबाल आने दे. अब इसमें भुना आटा, और नमक डालें और सभी सामग्री को अच्छे से मिलाएँ. अब इसे बराबर चलाते हुए पकाएँ. आटे को पकने में ३-४ मिनट का समय लगता है. आटा सारा पानी सोख लेता है और यह हलुए के जैसे दिखने लगता है.अब आँच बंद कर दीजिए. अब इसमें नीबू का रस मिलाएँ.अब मिश्रण को पहले से चिकनी करी थाली में आधा इंच मोटी परत में बराबर से फ़ैलाएँ. आप घी लगाकर चिकने करे बेलन की मदद से भी इसे बराबर कर सकते हैं.थोड़ी देर के लिए ठंडा होने दें. इसमें तकरीबन 8-10 मिनट का समय लगता है. बरफी को मनचाहे आकर में काट लें.

इस स्वादिष्ट सिंघाड़े की नमकीन बर्फी को आप फलाहारी चटनी या फिर दही के आलू के साथ परोस सकते हैं.

कुछ नुस्खे / टिप्स :

सिंघाड़े की नमकीन बर्फी बनाने के लिए दही खट्टा होना चाहिए.